Monday, September 11, 2017

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलना हो तो करें यह अचूक

यदि अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलना हो तो करें यह अचूक
उपाय ...
गौशाला में जाकर दूर कर सकते हैं
अपनी कुंडली के दोष...
कभी-कभी न चाहते हुए
भी जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
भाग्य बिल्कुल भी साथ नहीं देता साथ
ही दुर्भाग्य निरन्तर पीछा करता रहता है।
दुर्भाग्य से बचने के लिए या दुर्भाग्य नाश के लिए करें यहाँ बताए गये
उपाय करें। इन्हें पूर्ण आस्था के साथ करने से दुर्भाग्य का नाश
होकर सौभाग्य में वृद्धि होती है।बस आप इन
उपायों को करते रहें ।
अगर आपकी कुंडली में काल सर्प दोष , पितृ
दोष , मंगल दोष ,ऋण दोष आदि है तो आप गौशाला में जाये और गाय
की सेवा करे तो शत प्रतिशत आप के यह दोष कट जायेंगे
में आपको दावे के साथ कहता हूँ !!
सभी शास्त्रों में गाय को पूजनीय और पवित्र
माना गया है। ऐसा माना जाता है कि गाय के शरीर में 33
प्रकार के देवी-देवता विद्यमान होते हैं। अत: जब
भी गाय दिखाई दे तो उसकी पीठ
पर हाथ फेरना चाहिए। गाय को सहलाने से वह प्रसन्न
होती है और हमारे इस प्रसन्नता से हमारे कई दोष
दूर होते हैं। साथ ही इससे हमारी कई
असाध्य बीमारियां भी दूर
हो जाती हैं। ऐसा कम से कम 12 माह तक करके
देखना चाहिए।
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गाय का ज्योतिषीय महत्वः-
1. नवग्रहों की शांति के संदर्भ में गाय
की विशेष भूमिका होती है कहा तो यह
भी जाता है कि गोदान से
ही सभी अरिष्ट कट जाते हैं।
शनि की दशा, अंतरदशा, और साढेसाती के
समय काली गाय का दान मनुष्य को कष्ट मुक्त कर
देता है।
2. मंगल के अरिष्ट होने पर लाल वर्ण की गाय
की सेवा और निर्धन ब्राम्हण को गोदान मंगल के प्रभाव
को क्षीण करता है।
3. बुध ग्रह की अशुभता निवारण हेतु
गौवों को हरा चारा खिलाने से बुध की अशुभता नष्ट
होती है।
4. गाय की सेवा, पूजा, आराधना, आदि से
लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं
और भक्तों को सुखमय होने का वरदान
भी देती हैं।
5. गाय की सेवा मानसिक शांति प्रदान
करती है।

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