जन्मकुंडली के दसवें घर में सूर्य शुक्र का मेल *
*अगर किसी जन्मकुंडली के दसवें घर में सूर्य-शुक्र का मेल बन जाए, तो यह मेल उनके लिए अचानक कई तरह की परेशानियां खड़ी करने लगता है। इस योग के कारण उनके जीवन में बार-बार परेशानी आने लगती है। कहते है कि ऐसे जातक सरकार के दरबाजे पर कामकाज के लिए, धन के लिए सदैव भीख का कटेारा लेकर खड़े रहते है।
यह योग उनके लिए बहुत खराब सिद्ध होता है। अतः जब तक जातक इस योग के उपाय सम्पत्र नहीं कर लेता तब तक उसकी हालत दहनीय ही बनी रहती है। उसे बार-बार अपने व्यापार, अपने बिजनस में असफलताओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक का लोन सहज पास नहीं होता। उल्टा उसके सिर पर कर्ज का बोझ चढ़ता ही जाता है।*
*इनके जातकों के लिए निम्न उपाय सम्पत्र करने बहुत अनुकूल साबित होते हैः-*
*सबसे पहले तो इन्हें तांबे का एक छेद वाला सिक्का लेकर उसे अपने गले में धारण करना चाहिए।*
*इसके अलवा इन्हें प्रत्येक शनिवार के दिन कम से कम दस मजदूर, जो दिन भर कठिन परिश्रम करके अपना पसीना बहाते हों, उन्हें दूध-जलेबी खिलानी चाहिए। ऐसा कम से कम 22 शनिवार तक तो अवश्य करना चाहिए।*
*फिर हर साल 8 दिन तक लगातर आठ खोटे सिक्के लेकर उन्हें एक साथ जल प्रवाह करते रहना चाहिए।*
*इसके अतिरिक्त इन्हें 43 दिन तक लगातार दूध में शहद मिलाकर किसी देव स्थान पर चढ़ाना चाहिए।*
*यद्यपि इन उपाय को सम्पत्र कर लेने के बाद भी जातक को 27 हफ्ते हो जाने के बाद भी कभी-कभार दस-बारह मजदूरों को दूध-जलेबी खिलाते रहना चाहिए।*
*यह सभी उपाय सम्पत्र कर लेने पर उन्हें नुक्सान की संभावना तो नहीं रहती, साथ ही अगर यह कोई नया बिजनेस शुरू करते है या किसी तरह का मिटरियल सप्लाई का काम शुरू करते है तो उनके नुक्सान की संभावना भी समाप्त हो जाती है। बल्कि यह लोग अपने जीवन में निरंतर ऊंचाई पर ऊंचाई चढ़ाते जाते है।*
*ऐसे जातक को परंपरागत व्यवसाय की जगह फिल्म इंडस्ट्री में अपना भाग्य अजमाना चाहिए अथवा श्रंगार की वस्तुओं, सेंट-परफ्यूूम के कारोबार में जाना चाहिए। इसके अलावा इनके लिए सौन्दर्य संबंधी कारोबार में भाग्य अजमाना चाहिए, तो उन्हें अच्छे परिणाम मिलते है। इन क्षेत्रों में इन्हें शीघ्र सफलताएं मिलती है।*
*अगर किसी जन्मकुंडली के दसवें घर में सूर्य-शुक्र का मेल बन जाए, तो यह मेल उनके लिए अचानक कई तरह की परेशानियां खड़ी करने लगता है। इस योग के कारण उनके जीवन में बार-बार परेशानी आने लगती है। कहते है कि ऐसे जातक सरकार के दरबाजे पर कामकाज के लिए, धन के लिए सदैव भीख का कटेारा लेकर खड़े रहते है।
यह योग उनके लिए बहुत खराब सिद्ध होता है। अतः जब तक जातक इस योग के उपाय सम्पत्र नहीं कर लेता तब तक उसकी हालत दहनीय ही बनी रहती है। उसे बार-बार अपने व्यापार, अपने बिजनस में असफलताओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक का लोन सहज पास नहीं होता। उल्टा उसके सिर पर कर्ज का बोझ चढ़ता ही जाता है।*
*इनके जातकों के लिए निम्न उपाय सम्पत्र करने बहुत अनुकूल साबित होते हैः-*
*सबसे पहले तो इन्हें तांबे का एक छेद वाला सिक्का लेकर उसे अपने गले में धारण करना चाहिए।*
*इसके अलवा इन्हें प्रत्येक शनिवार के दिन कम से कम दस मजदूर, जो दिन भर कठिन परिश्रम करके अपना पसीना बहाते हों, उन्हें दूध-जलेबी खिलानी चाहिए। ऐसा कम से कम 22 शनिवार तक तो अवश्य करना चाहिए।*
*फिर हर साल 8 दिन तक लगातर आठ खोटे सिक्के लेकर उन्हें एक साथ जल प्रवाह करते रहना चाहिए।*
*इसके अतिरिक्त इन्हें 43 दिन तक लगातार दूध में शहद मिलाकर किसी देव स्थान पर चढ़ाना चाहिए।*
*यद्यपि इन उपाय को सम्पत्र कर लेने के बाद भी जातक को 27 हफ्ते हो जाने के बाद भी कभी-कभार दस-बारह मजदूरों को दूध-जलेबी खिलाते रहना चाहिए।*
*यह सभी उपाय सम्पत्र कर लेने पर उन्हें नुक्सान की संभावना तो नहीं रहती, साथ ही अगर यह कोई नया बिजनेस शुरू करते है या किसी तरह का मिटरियल सप्लाई का काम शुरू करते है तो उनके नुक्सान की संभावना भी समाप्त हो जाती है। बल्कि यह लोग अपने जीवन में निरंतर ऊंचाई पर ऊंचाई चढ़ाते जाते है।*
*ऐसे जातक को परंपरागत व्यवसाय की जगह फिल्म इंडस्ट्री में अपना भाग्य अजमाना चाहिए अथवा श्रंगार की वस्तुओं, सेंट-परफ्यूूम के कारोबार में जाना चाहिए। इसके अलावा इनके लिए सौन्दर्य संबंधी कारोबार में भाग्य अजमाना चाहिए, तो उन्हें अच्छे परिणाम मिलते है। इन क्षेत्रों में इन्हें शीघ्र सफलताएं मिलती है।*
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