Thursday, August 31, 2017

*ग्रह और रोग*


 🌹🌹 *ग्रह  और रोग*🌹🌹
*प्रत्येक ग्रह हमारे शरीर पर प्रभाव डालते है। जिससे की हमे बीमारियों का सामना करना पड़ता है।नीचे में बता रहा हूँ कि कौनसा  ग्रह  कौनसा रोग.दे सकता  है।*

🌹🌹🌹 *सूर्य और रोग:*🌹🌹🌹

*विवेक  : विवेक खोना ।*
*दिमाग : दिमाग और शरीर का दायां भाग सूर्य से प्रभावित होकर रोग देता है।*
*अकड़न :सूर्य के कारण खराब होने पर शरीर में अकड़न आ सकती है।*
*थूक का आना :मुंह में थूक आते रहता है।*
*दिल का रोग :दिल के रोग का होना।*  
*धड़कन :धड़कन का कम-ज्यादा होते रहना ।*
*दांतों  : दांतों में तकलीफ का होना।*
*बेहोशी और सिरदर्द  :का रोग होना ।*

🌹🌹 *चंद्र ग्रह और रोग :*🌹🌹
*दिल और बायां भाग  : दिल और बायां भाग मे चंद्र ग्रह का प्रभाव होने से रोग देता है।*
*रोग : सर्दी-जुकाम ,मिर्गी ,पागलपन, बेहोशी ,मासिक धर्म ,फेफड़े संबंधी रोगो का होना।*
*मासिक धर्म :मासिक धर्म ठीक से न होना।*
*स्मरण शक्ति कमजोर होना, मानसिक तनाव और मन में घबराहट होना, शंका और अनिश्चित भय का होना ।*
*आत्महत्या : मन में आत्महत्या करने के विचार  आते रहते हैं।*

*मंगल और रोग :*
*रोग :नेत्र रोग,उच्च रक्तचाप ,वात रोग, गठिया रोग ,फोड़े-फुंसी ,जख्मी या चोट। ।*
*बुखार : बार-बार बुखार का आना ।*
*रोग :शरीर में कंपन ,गुर्दे में पथरी,शारीरिक ताकत मे कमी ,।*
*शरीर के जोड़  :शरीर के जोड़ मे समस्या का होना ।*
*रक्त : मंगल से रक्त संबंधी बीमारी हो सकती है  ।*
*बच्चे पैदा होने मे समस्या हो सकती ।*
🌹🌹 *बुध ग्रह और रोग :*🌹🌹
*तुतलाहट : तुतलाहट का होना।*
*सूंघने  : सूंघने की शक्ति क्षीण होना ।*
*दांतों :  दांतों का खराब होना।*
*मित्र : मित्र से संबंध ख़राब होना ।*
*बहन, बुआ और मौसी  : बहन, बुआ और मौसी पर मुसीबत आना।*
*नौकरी या व्यापार : नौकरी या व्यापार में हानि होना।*
*बदनामी  :बदनामी होती है। राहु हो तो बदनामी हेतु प्राण देने के मानसिक रूप रहते हैं*

*गुरु ग्रह और रोग :*
*रोग :  पेचिश, रीढ़ की हड्डी में दर्द, कब्ज, रक्त विकार, कानदर्द, पेट फूलना, जिगर में खराबी ,अस्थमा, दमा, श्वास आदि के रोग, गर्दन, नाक या सिर में दर्द , वायु विकार, फेफड़ों में दर्द ।*
🌹🌹 *शुक्र ग्रह और रोग :*🌹🌹
*रोग :  गाल, ठुड्डी और नसों पर प्रभाव ,अंतड़ियों के रोग ,गुर्दे का दर्द , पांव में तकलीफ ।*
*वीर्य : वीर्य की कमी होना,  यौन रोग का होना , कामेच्छा का समाप्त होना ।*
*अंगूठे : अंगूठे में दर्द का रहना ।*
*त्वचा :  त्वचा संबंधी रोग का होना ।*
*और भी अन्य गुप्तरोग जो शरीर में दिखाई नहीं देते*

*शनि ग्रह और रोग :*
*रोग :  दृष्टि, बाल, भवें और कनपटी पर रहता है।*
 *आंखें कमजोर होना। भवों के बाल झड़ना ।*
*कनपटी की नसों में दर्द का होना ।*
*सिर के बाल का झड़ना ।*
*फेफड़े की  तकलीफ होती है।*
*हड्डियां का कमजोर होना। जोड़ों का दर्द होना ।*
*रक्त की कमी होना ।*
*पेट का फूलना।*
*सिर की नसों में तनाव।*
*चिंता और घबराहट का होना ।*

राहु के रोग  :*
*रोग :गैस प्रॉब्लम, बाल झड़ना , उदर रोग,बवासीर, पागलपन।*
*मानसिक तनाव  : मानसिक तनाव का रहना ।*
*नाखून :नाखून का  टूटते रहना ।*
*मस्तिष्क : मस्तिष्क में पीड़ा और दर्द का बने रहना  ।*
*पागलखाने, दवाखाने या जेलखाने जा  सकता है।*
*राहु अचानक से कोई बड़ी बीमारी पैदा हो सकती  है।* *इस नंबर पर आज हमारी चर्चा हुई थी*
🌹🌹 *केतु का रोग  :*🌹🌹
*पेशाब :पेशाब का रोग ,कान, रीढ़ ,घुटने, लिंग, जोड़ की समस्या ।*
*संतान : संतान उत्पति में कठिनाई ।*
*बाल  : सिर के बाल झड़ते हैं।*
*नसों :शरीर की नसों में कमजोरी का होना ।*
*चर्म रोग :  चर्म रोग होता है।*
*कान :सुनने की क्षमता कमजोर होना ।*


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