क्या वास्तु द्वारा भाग्य को बदला जा सकता है ??
अधिकान्श लोगो के मन मे यह विचार आता रहता है कि क्या वास्तु द्वारा भाग्य को बदला जा सकता है ??
वास्तु द्वारा भाग्य को बदला नही जा सकता है । वास्तु का संबंध वस्तु की उचित व्यवस्था और प्रकृति के पंच तत्व वायु ,अग्नि ,जल ,आकाश व पृथ्वी के सन्तुलन से हैं ।वास्तु प्रकति से पूर्णतः लाभ प्राप्त की सहायता करता है न की भाग्य बदलने की । वास्तु इन्सान की शक्ति व उरजा को उन्नत कर सकता हैं ,वास्तु भाग्य फल को प्राप्त करने मे सहायता कर सकता है , और उसके लिए उचित वातावरण की व्यवस्था कर सकता है । यदि आपका भाग्य 100% मे से 70% परिणाम देने की झमता रखता है तो यदि आप उचित वातावरण मे वास्तु सममत भवन मे रह रहे है तो भाग्य द्वारा प्राप्त 70% को और अधिक माञा मे बढाया जा सकता है क्योकी जो लोग वास्तु सममत भवन मे निवास करते है उनकी शारीरिक व मानसिक झमता हमेशा उन्नत रहती है और किसी भी सही अवसर को पकडने की झमता बनी रहती है ।
भाग्य का समबन्ध कमँ से है जैसा करोगे वैसा फल प्राप्त होगा । अच्छा कमँ आप तभी कर सकते है जब आप वास्तु सममत भवन मे निवास करते हो क्योकी ये आपकी शारीरिक व मानसिक झमता को बढाता है । आपके द्वारा किए गये कर्मो का फल तो भुगतना ही पढेगा चाहे वह सही हो या गलत । वास्तु द्वारा भाग्य को बदला नहीं जा सकता । लेकिन वास्तु सममत भवन मे निवास करने से वास्तु तो केवल आपकी सोच, आपकी उर्जा शक्ति , को बढाता है ।स्वस्थ मानसिक प्रबलता , और भरपूर आत्म विश्वास पैदा करता है , सोचने समझने की शक्ति प्रदान करता है जिसके आधार पर आपके कमॅ करने की शक्ति बढ़ जाती है और जैसा कमॅ आप करेगे वैसा फल प्राप्त होगा ।
वास्तु का सहयोग फल को अधिक अनुपात मे बढाने मे सहायक होता है फल जब अधिक माञा मे मिलेगा तो स्वाभाविक उन्नति ही होगी । अधिक उन्नति और अधिक फल आपके जीवन स्तर को ऊँचा उठाने मे सहायक होता है भाग्य जो भी फल दे रहा है यदि वह शुभ है तो वास्तु द्वारा उसके अनुपात को बढाया जा सकता है । यदि आपका भाग्य अशुभ फल दे रहा है और आपका भवन भी वास्तु सममत नहीं है तो आपको अनेकों शारीरिक मानसिक व आर्थिक परेशानियां बनी रहेगी ।
अतः वास्तु की सहायता से आपके भाग्य को बदला नहीं जा सकता लेकिन वास्तु के नियमो का पालन कर भाग्य को उन्नत व प्रगतिशील बनाया जा सकता है
अधिकान्श लोगो के मन मे यह विचार आता रहता है कि क्या वास्तु द्वारा भाग्य को बदला जा सकता है ??
वास्तु द्वारा भाग्य को बदला नही जा सकता है । वास्तु का संबंध वस्तु की उचित व्यवस्था और प्रकृति के पंच तत्व वायु ,अग्नि ,जल ,आकाश व पृथ्वी के सन्तुलन से हैं ।वास्तु प्रकति से पूर्णतः लाभ प्राप्त की सहायता करता है न की भाग्य बदलने की । वास्तु इन्सान की शक्ति व उरजा को उन्नत कर सकता हैं ,वास्तु भाग्य फल को प्राप्त करने मे सहायता कर सकता है , और उसके लिए उचित वातावरण की व्यवस्था कर सकता है । यदि आपका भाग्य 100% मे से 70% परिणाम देने की झमता रखता है तो यदि आप उचित वातावरण मे वास्तु सममत भवन मे रह रहे है तो भाग्य द्वारा प्राप्त 70% को और अधिक माञा मे बढाया जा सकता है क्योकी जो लोग वास्तु सममत भवन मे निवास करते है उनकी शारीरिक व मानसिक झमता हमेशा उन्नत रहती है और किसी भी सही अवसर को पकडने की झमता बनी रहती है ।
भाग्य का समबन्ध कमँ से है जैसा करोगे वैसा फल प्राप्त होगा । अच्छा कमँ आप तभी कर सकते है जब आप वास्तु सममत भवन मे निवास करते हो क्योकी ये आपकी शारीरिक व मानसिक झमता को बढाता है । आपके द्वारा किए गये कर्मो का फल तो भुगतना ही पढेगा चाहे वह सही हो या गलत । वास्तु द्वारा भाग्य को बदला नहीं जा सकता । लेकिन वास्तु सममत भवन मे निवास करने से वास्तु तो केवल आपकी सोच, आपकी उर्जा शक्ति , को बढाता है ।स्वस्थ मानसिक प्रबलता , और भरपूर आत्म विश्वास पैदा करता है , सोचने समझने की शक्ति प्रदान करता है जिसके आधार पर आपके कमॅ करने की शक्ति बढ़ जाती है और जैसा कमॅ आप करेगे वैसा फल प्राप्त होगा ।
वास्तु का सहयोग फल को अधिक अनुपात मे बढाने मे सहायक होता है फल जब अधिक माञा मे मिलेगा तो स्वाभाविक उन्नति ही होगी । अधिक उन्नति और अधिक फल आपके जीवन स्तर को ऊँचा उठाने मे सहायक होता है भाग्य जो भी फल दे रहा है यदि वह शुभ है तो वास्तु द्वारा उसके अनुपात को बढाया जा सकता है । यदि आपका भाग्य अशुभ फल दे रहा है और आपका भवन भी वास्तु सममत नहीं है तो आपको अनेकों शारीरिक मानसिक व आर्थिक परेशानियां बनी रहेगी ।
अतः वास्तु की सहायता से आपके भाग्य को बदला नहीं जा सकता लेकिन वास्तु के नियमो का पालन कर भाग्य को उन्नत व प्रगतिशील बनाया जा सकता है
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