जमींदारी योग-:
1. चौथे घर का मालिक दशम मे तथा दशमेश चतुर्थ मे हो|
2. चतुर्थेश, २ या ११वें स्थान पर हो|
3. चतुर्थेश, दशमेश और चन्द्रमा बलवान हों तथा परस्पर मित्र हों|
4. पंचमेश लग्न मे हो|
5. सप्तमेश, नवमेश तथा एकादशेश लग्न मे हों|
1. चौथे घर का मालिक दशम मे तथा दशमेश चतुर्थ मे हो|
2. चतुर्थेश, २ या ११वें स्थान पर हो|
3. चतुर्थेश, दशमेश और चन्द्रमा बलवान हों तथा परस्पर मित्र हों|
4. पंचमेश लग्न मे हो|
5. सप्तमेश, नवमेश तथा एकादशेश लग्न मे हों|
No comments:
Post a Comment