बहुसन्तान योग:-
1. पंचमेश शनि शुक्र के साथ पाप स्थानगत हो|
2. आठवें भाग में पंचमेश हो|
3. पंचमेश तथा तृतीयेश साथ-साथ हो|
4. पंचमेश के स्थान में तृतीयेश हो|
5. सप्तमेश-तृतीयेश का अन्योंयास्रित योग हो|
गोद जाने का योग-:
1. कर्क या सिंह राशि मे पापग्रह हो|
2. ४ या १०वें स्थान पर पापग्रह हो|
3. चन्द्रमा से चतुर्थ राशि मे पापग्रह हो|
4. सूर्य से ९वें स्थान पर पापग्रह हो|
5. चन्द्रमा या सूर्य शत्रुक्षेत्र मे हो|
No comments:
Post a Comment