आप सभी ने बजरंग बाण तो पढ़ा ही है साथ ही ये भी जानते है की बजरंग बान कितना शीघ्र प्रभाव देता है ! आज हम आपको बजरंग बाण का शाबर स्वरूप दे रहे है ! जो अत्यंत दुर्लभ है !आशा है आप इसका लाभ लेंगे
बजरंग बाण
घनाघोर जौंकू प्यार हो ,रोजकरूँ प्रणाम
तौंका सारा काम सिद्ध करदा श्री हनुमान !!
जय बजरंगी सब हितकारी
सुणा प्रभु तुम विनय हमारी!!
अब ज्यादा न देर करां
दुःख छः भारी सुद्ध मेरी धरां !!
खुर समझीक जनु समुद्र तारी ,मेरे शत्रु को कर हा हाकारि!!
मेरा शत्रु का कुमंत्र को रोका , मार लात पाताल म ठोका !!
जनु विभीषण को दिनि सुख,तनु हमारा तुम हरा दुःख!!
लंका उजाड़ी बाग़ भी सारू,काल क्या करलु यख हमारू!!
जनु अक्षय को मुक्का मारि, पूछन जलाई लङका सारी!!
जनि लंका मा आग लगी
सबका मन मा ध्वनि जगी!!
अब छ देरी के कारन स्वामी , कृपा करा राम का तुम धामी!!
जो लखन को प्राण को दाता, हमारी माई हमारो भ्राता!!!
जय बजरंगी सुख का सागर, सब गुणों की तू छे गागर!!!
जय हनुमन्त वीर हठीला मार शत्रु को वजर की कीला!!!
गदा वजर की तुम्हारी भारी, अपणा दास को सदा आभारी!!!
हुंकार फुंकार करिक दौड़ा
मेरा काम म विलम्ब न कौरा!!
हे वीर बजरंग कपीसा
तेरा चरनु में मेरा सीसा!!!
सच करा तुम एनु माणिक
राम दूत छे यनु जानिक!!
जय जय वीर हनुमन्ता भाई, यु दुःख केइ कारण आई!!!
पूजा पाठ कभी नई कारी जानी नहीं कभी विधि तुमारी !!
तुम्हारी णौ की यनि छः शक्ति आत्मा मेरी अब नाइ डरती !!!
चरणु मा तेरे कपाल घिसाउ , तेरो मन्त्र जपता जाउ!!!!
जय अंजनी के पुत्र हनुमन्ता,संकर सुवन वीर
हनुमन्ता!!!
लाल बदन छे काल सामान, सदा राम को करे प्रणाम!!
भूत प्रेत शाकिनी डाकिनी
ये घरां की तू रक्षाकारिणी !!
दुष्टो को मारा सौं राम की, लाज राख आज हे हनुमान जी!!!
जानकी को लाडो दास बतोंडा , माँ का सेवक देर नई लावत!!!
जयजय कार होती अकाशा ,शीघ्र कारिहु भी को नाशा!!!
शरण पड्यू छऊ तुम्हारे द्वार,झटपट आवा तुम मेरा घार!!!
उठी वीर बजरंग दुहाई ,चरणों मा तेरा मैं छौ भाई !!
ॐ चतुर चलाक चपल चलन्ता, ॐ हनु हनु हनु वीर हनुमंता !!!
ॐ खटकाये दन्त भजन्ता, हा हाकार करे दुष्टान्ता!!!
अपणा दास ते सदा आभारा , इसका करो बेडा पारा!!!
ये बजरंग बाण जू मारलू, तेइं ते बाबा फिर कु उठालु!!!
पाठ करदन जू सदा बाण की , करदन रक्षा सदा प्राण की!!!
जो सदा बाण को जापे, ते देखिक निशाचर भागे!!!
धुप दीप और जपु हमेशा, तेहि मन मा न रहे कलेशा
परम् ध्यान हो बजरंग ,भजु धरु सदा जू ध्यान
तँका काम सकल सिद्ध ,करदा वीर हनुमान
ॐ हनुमते नमः ॐ महावीराय नमः ॐ भद्राय नमः
बजरंग बाण
घनाघोर जौंकू प्यार हो ,रोजकरूँ प्रणाम
तौंका सारा काम सिद्ध करदा श्री हनुमान !!
जय बजरंगी सब हितकारी
सुणा प्रभु तुम विनय हमारी!!
अब ज्यादा न देर करां
दुःख छः भारी सुद्ध मेरी धरां !!
खुर समझीक जनु समुद्र तारी ,मेरे शत्रु को कर हा हाकारि!!
मेरा शत्रु का कुमंत्र को रोका , मार लात पाताल म ठोका !!
जनु विभीषण को दिनि सुख,तनु हमारा तुम हरा दुःख!!
लंका उजाड़ी बाग़ भी सारू,काल क्या करलु यख हमारू!!
जनु अक्षय को मुक्का मारि, पूछन जलाई लङका सारी!!
जनि लंका मा आग लगी
सबका मन मा ध्वनि जगी!!
अब छ देरी के कारन स्वामी , कृपा करा राम का तुम धामी!!
जो लखन को प्राण को दाता, हमारी माई हमारो भ्राता!!!
जय बजरंगी सुख का सागर, सब गुणों की तू छे गागर!!!
जय हनुमन्त वीर हठीला मार शत्रु को वजर की कीला!!!
गदा वजर की तुम्हारी भारी, अपणा दास को सदा आभारी!!!
हुंकार फुंकार करिक दौड़ा
मेरा काम म विलम्ब न कौरा!!
हे वीर बजरंग कपीसा
तेरा चरनु में मेरा सीसा!!!
सच करा तुम एनु माणिक
राम दूत छे यनु जानिक!!
जय जय वीर हनुमन्ता भाई, यु दुःख केइ कारण आई!!!
पूजा पाठ कभी नई कारी जानी नहीं कभी विधि तुमारी !!
तुम्हारी णौ की यनि छः शक्ति आत्मा मेरी अब नाइ डरती !!!
चरणु मा तेरे कपाल घिसाउ , तेरो मन्त्र जपता जाउ!!!!
जय अंजनी के पुत्र हनुमन्ता,संकर सुवन वीर
हनुमन्ता!!!
लाल बदन छे काल सामान, सदा राम को करे प्रणाम!!
भूत प्रेत शाकिनी डाकिनी
ये घरां की तू रक्षाकारिणी !!
दुष्टो को मारा सौं राम की, लाज राख आज हे हनुमान जी!!!
जानकी को लाडो दास बतोंडा , माँ का सेवक देर नई लावत!!!
जयजय कार होती अकाशा ,शीघ्र कारिहु भी को नाशा!!!
शरण पड्यू छऊ तुम्हारे द्वार,झटपट आवा तुम मेरा घार!!!
उठी वीर बजरंग दुहाई ,चरणों मा तेरा मैं छौ भाई !!
ॐ चतुर चलाक चपल चलन्ता, ॐ हनु हनु हनु वीर हनुमंता !!!
ॐ खटकाये दन्त भजन्ता, हा हाकार करे दुष्टान्ता!!!
अपणा दास ते सदा आभारा , इसका करो बेडा पारा!!!
ये बजरंग बाण जू मारलू, तेइं ते बाबा फिर कु उठालु!!!
पाठ करदन जू सदा बाण की , करदन रक्षा सदा प्राण की!!!
जो सदा बाण को जापे, ते देखिक निशाचर भागे!!!
धुप दीप और जपु हमेशा, तेहि मन मा न रहे कलेशा
परम् ध्यान हो बजरंग ,भजु धरु सदा जू ध्यान
तँका काम सकल सिद्ध ,करदा वीर हनुमान
ॐ हनुमते नमः ॐ महावीराय नमः ॐ भद्राय नमः
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